गर्मियों में पालतू जानवरों का खान-पान कैसे बदलें

गर्मियों में पालतू जानवरों का खान-पान कैसे बदलें

विषय सूची

1. गर्मियों में पालतू जानवरों पर गर्मी का प्रभाव

गर्मियों के मौसम में तापमान बढ़ने से हमारे पालतू कुत्ते, बिल्ली या अन्य जानवरों की सेहत और खान-पान दोनों ही प्रभावित होते हैं। तेज़ धूप और उमस के कारण पालतू जानवरों को भी इंसानों की तरह डिहाइड्रेशन, थकावट और हीट स्ट्रोक जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

गर्मी का असर पालतू जानवरों पर कैसे होता है?

जब तापमान बहुत ज़्यादा हो जाता है, तो पालतू जानवर अधिक पानी पीने लगते हैं, उनका खाना खाने का मन कम हो जाता है और वे सुस्त भी हो सकते हैं। नीचे दी गई तालिका में आप देख सकते हैं कि गर्मी के मौसम में किन-किन लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए:

लक्षण संभावित कारण क्या करें?
अधिक पानी पीना डिहाइड्रेशन से बचाव ताज़ा और साफ पानी हमेशा उपलब्ध रखें
भूख कम लगना गर्मी में मेटाबॉलिज़्म धीमा होना हल्का और सुपाच्य भोजन दें
सुस्ती या आलस्य ऊर्जा की कमी या हीट स्ट्रेस शीतल जगह पर रखें, भारी व्यायाम न कराएं
पेट की समस्या (जैसे उल्टी/दस्त) हीट स्ट्रोक या खराब खाना ताज़ा भोजन दें, बासी खाना न दें, समस्या बढ़े तो डॉक्टर से संपर्क करें

जानिए कैसे भीषण गर्मी आपके पालतू कुत्ते, बिल्ली या अन्य जानवरों के स्वास्थ्य और खान-पान को प्रभावित करती है:

  • शरीर का तापमान: जानवर अपने शरीर का तापमान नियंत्रित करने के लिए हांफते हैं, लेकिन बहुत ज्यादा गर्मी उनके लिए खतरनाक हो सकती है।
  • खान-पान में बदलाव: गर्मियों में भूख कम लगती है इसलिए हल्का खाना देना बेहतर होता है। ताजा फल जैसे तरबूज, ककड़ी आदि सुरक्षित मात्रा में दे सकते हैं।
  • पानी की जरूरत: पेट्स को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए हमेशा पर्याप्त ताजे पानी की व्यवस्था करें। पानी में कभी-कभी इलेक्ट्रोलाइट्स भी मिला सकते हैं (पशु चिकित्सक की सलाह अनुसार)।
  • एक्टिविटी लेवल: दोपहर की धूप में टहलाना अवॉयड करें और सुबह या शाम को बाहर लेकर जाएं। ऐसे में उनका स्वास्थ्य सुरक्षित रहेगा।
याद रखें:

अगर आपका पालतू असामान्य रूप से सुस्त लगे, बहुत तेज सांसें ले रहा हो, या लगातार पानी पी रहा हो तो तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें। अगली भाग में हम बात करेंगे कि इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए खान-पान कैसे बदलें।

2. गर्मी में पालतू जानवरों की आहार संबंधी ज़रूरतें

भारतीय गर्मियों में जानवरों के खान-पान का महत्व

भारत में गर्मियां काफी तेज़ और उमस भरी होती हैं। ऐसे मौसम में आपके पालतू जानवरों के खान-पान पर खास ध्यान देना जरूरी है। सही आहार न सिर्फ उन्हें ऊर्जावान रखता है, बल्कि उन्हें डिहाइड्रेशन और थकावट से भी बचाता है।

भोजन की मात्रा और समय

गर्मियों में पालतू जानवर अक्सर सुस्त महसूस करते हैं और उनकी भूख भी कम हो सकती है। इसलिए भोजन की मात्रा को हल्का रखें और दिन में 2-3 बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाना दें। यह उनके पाचन तंत्र के लिए अच्छा होता है।

पालतू जानवर सर्दियों में भोजन (औसतन) गर्मियों में भोजन (औसतन)
कुत्ता (Dog) 500g-700g 400g-600g
बिल्ली (Cat) 150g-200g 120g-160g
खरगोश (Rabbit) 100g-150g 80g-120g

ताजगी का ध्यान रखें

गर्मियों में बासी खाना जल्दी खराब हो सकता है। अपने पालतू को हमेशा ताजा भोजन दें। साथ ही, पानी हमेशा ताजा और साफ रखें। दिन में 2-3 बार पानी बदलना फायदेमंद है ताकि वे डिहाइड्रेट न हों। आप चाहें तो खाने में थोड़ा दही या छाछ भी मिला सकते हैं, जिससे पेट ठंडा रहता है।

आवश्यक पोषक तत्वों की भूमिका

गर्मी के मौसम में निम्नलिखित पोषक तत्वों का विशेष ध्यान रखें:

  • पानी: शरीर को ठंडा रखने और हाइड्रेटेड रहने के लिए सबसे जरूरी है।
  • प्रोटीन: मांसाहारी जानवरों के लिए उबला अंडा, चिकन या फिश दिया जा सकता है लेकिन मात्रा सीमित रखें। शाकाहारी जानवरों के लिए हरी सब्जियां और दालें उपयुक्त हैं।
  • फाइबर: हरे पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, धनिया और टमाटर पेट के लिए अच्छे होते हैं।
  • विटामिन्स: मौसमी फल जैसे तरबूज, खीरा और ककड़ी छोटे टुकड़ों में खिलाएं, ये शरीर को ठंडा रखते हैं।
भारतीय मौसम के अनुसार खास सुझाव
  • बहुत गरम या मसालेदार चीज़ें न दें।
  • खाना हमेशा कमरे के तापमान पर दें, बहुत ठंडा या बहुत गरम न हो।
  • अगर बाहर ज्यादा धूप है तो दोपहर के वक्त खाने से बचें, सुबह या शाम को खाना देना बेहतर रहेगा।
  • पानी का कटोरा छांव में रखें ताकि वह ठंडा रहे।

इन आसान उपायों से आप अपने पालतू जानवर को गर्मियों में स्वस्थ और खुश रख सकते हैं।

ठंडे और हाइड्रेटिंग विकल्प शामिल करें

3. ठंडे और हाइड्रेटिंग विकल्प शामिल करें

गर्मियों के मौसम में पालतू जानवरों के खान-पान में कुछ ठंडे और हाइड्रेटिंग (पानी देने वाले) विकल्प जोड़ना बहुत जरूरी है। इससे उनका शरीर ठंडा रहता है और वे डिहाइड्रेशन से भी बचे रहते हैं। खासकर भारत जैसे गर्म देश में, जहां तापमान कई बार 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाता है, वहां पालतू जानवरों को हाइड्रेटेड रखना बेहद जरूरी हो जाता है।

दही और छाछ का सेवन

दही और छाछ दोनों ही भारतीय घरों में आसानी से उपलब्ध होते हैं। इनमें नेचुरल प्रोबायोटिक्स पाए जाते हैं जो पेट के लिए भी अच्छे होते हैं और साथ ही शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं। आप अपने कुत्ते या बिल्ली को खाने में थोड़ा सा ताजा दही या छाछ डालकर दे सकते हैं। ध्यान रखें कि ये बिना नमक या मसालों के हों।

ताजा पानी हमेशा उपलब्ध रखें

गर्मियों में पालतू जानवरों को बार-बार ताजे पानी की जरूरत होती है। उनके पानी के बर्तन को दिन में कई बार साफ कर नया पानी डालें। कोशिश करें कि पानी हल्का ठंडा रहे, लेकिन बहुत ज्यादा ठंडा न हो ताकि पेट खराब न हो।

स्थानीय सर्दाई खाद्य सामग्री का उपयोग

भारत में कई ऐसी चीजें मिलती हैं जो स्वाभाविक रूप से शरीर को ठंडक देती हैं, जैसे तरबूज, खीरा, कद्दू आदि। इनका छोटा-छोटा टुकड़ा काटकर पालतू जानवरों को खिलाया जा सकता है (अगर डॉक्टर सलाह दें)। इससे उन्हें जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स भी मिलेंगे और शरीर भी ठंडा रहेगा।

ठंडी व हाइड्रेटिंग चीजें – तुलना तालिका

विकल्प फायदे कैसे दें?
दही पेट के लिए अच्छा, ठंडक देता है थोड़ी मात्रा में सीधे या खाने में मिलाकर
छाछ डाइजेशन बेहतर करता है, शरीर को हाइड्रेट रखता है थोड़ी मात्रा में, बिना नमक-मसाले के
ताजा पानी डिहाइड्रेशन से बचाता है हर समय उपलब्ध रखें, बार-बार बदलें
तरबूज/खीरा/कद्दू विटामिन्स व मिनरल्स, नेचुरल सर्दाई गुण डॉक्टर की सलाह पर छोटे टुकड़ों में दें

इन आसान बदलावों से आप अपने पालतू जानवर को गर्मियों में स्वस्थ और खुश रख सकते हैं। ध्यान रहे कि कोई भी नया खाना शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

4. क्या न खिलाएं: गर्मी में परहेज योग्य चीजें

गर्मी में पालतू जानवरों के लिए नुकसानदेह आहार

गर्मियों के मौसम में, पालतू जानवरों के खान-पान को लेकर खास सतर्कता बरतना जरूरी है। तापमान बढ़ने पर उनका पाचन तंत्र कमजोर हो सकता है, जिससे कुछ चीज़ें नुकसान पहुँचा सकती हैं। आइए जानते हैं कि किन चीज़ों से बचना चाहिए:

मसालेदार और तैलीय भोजन

भारतीय रसोई में मसालेदार और तैलीय भोजन आम है, लेकिन ये पालतू जानवरों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। ऐसे खाने से पेट खराब, उल्टी या डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कोशिश करें कि उनके आहार में हल्का, कम मसाले वाला और कम तेल वाला खाना दें।

भारी भोजन

गर्मी के दिनों में भारी भोजन जैसे- मलाईदार दूध उत्पाद, घी या ज्यादा फैट वाली चीजें पचाना मुश्किल होता है। इससे आलस्य, सुस्ती या पेट संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। बेहतर होगा कि पालतू को हल्का और आसानी से पचने वाला आहार दें।

स्थानीय रूप से नुक़सानदेह चीजें

कुछ खाद्य पदार्थ भारतीय घरों में रोज़मर्रा की चीज़ें मानी जाती हैं, लेकिन पालतू जानवरों के लिए वे खतरनाक साबित हो सकती हैं:

खाद्य पदार्थ पालतू जानवरों पर असर
प्याज और लहसुन पेट खराब, उल्टी, लाल रक्त कोशिकाओं को नुकसान
चॉकलेट हृदय व स्नायु तंत्र पर बुरा असर
अंगूर व किशमिश किडनी फेल होने का खतरा
फ्राइड स्नैक्स (समोसा, पकौड़ी) पाचन संबंधी परेशानी, मोटापा
ध्यान रखने योग्य बातें
  • बासी या सड़ा-गला खाना बिल्कुल न दें।
  • कोल्ड ड्रिंक या आइसक्रीम जैसे ठंडे पैकेज्ड उत्पाद न खिलाएँ।
  • बाजार का प्रोसेस्ड फूड सीमित मात्रा में ही दें।

इन सुझावों को अपनाकर आप अपने पालतू की सेहत को गर्मियों में भी दुरुस्त रख सकते हैं।

5. पालतू जानवरों को हाइड्रेटेड रखने के उपाय

गर्मियों में पानी की ताजगी बहुत जरूरी

गर्मी के मौसम में पालतू जानवरों को डिहाइड्रेशन से बचाना बहुत जरूरी है। पानी की सही मात्रा और ताजगी उनके स्वास्थ्य के लिए बेहद अहम है। हमेशा ध्यान रखें कि आपके पालतू के पास साफ़, ताजा और ठंडा पानी हमेशा उपलब्ध हो। दिन में दो-तीन बार पानी बदलें ताकि उसमें धूल या बाल न आएं।

छायादार और ठंडी जगह का महत्व

तेज धूप और गर्मी में पालतू जानवर जल्दी थक सकते हैं और बीमार भी पड़ सकते हैं। उन्हें छायादार, हवादार और ठंडी जगह पर रखें। अगर घर में कूलर या फैन है तो उसे उस जगह लगा दें जहाँ वह आराम करते हैं। बाहर टहलाने ले जाएं तो सुबह या शाम का समय चुनें जब धूप हल्की हो।

जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स देना क्यों जरूरी?

गर्मी में सिर्फ पानी ही नहीं, बल्कि शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स यानी मिनरल्स की भी जरूरत होती है। ज्यादा पसीना निकलने या उल्टी-दस्त जैसी समस्या होने पर ये इलेक्ट्रोलाइट्स शरीर में कम हो जाते हैं। डॉक्टर से सलाह लेकर आप अपने पालतू जानवर को पेट-फ्रेंडली इलेक्ट्रोलाइट सॉल्यूशन दे सकते हैं।

गर्मी में हाइड्रेशन बनाए रखने के आसान उपाय
उपाय कैसे करें
ताजा पानी मुहैया कराएं दिन में 2-3 बार पानी बदलें, बर्तन साफ रखें
छायादार जगह दें घर में ठंडी, छांव वाली जगह बनाएं
इलेक्ट्रोलाइट्स सप्लीमेंट दें डॉक्टर की सलाह से पेट-फ्रेंडली इलेक्ट्रोलाइट मिलाएं
हल्का खाना दें भारी खाने की बजाय हल्की डाइट दें ताकि डाइजेशन आसान रहे
धूप से बचाव करें दोपहर में बाहर न निकालें, सुबह या शाम को वॉक पर ले जाएं

इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप अपने प्यारे पालतू को गर्मियों में स्वस्थ और खुश रख सकते हैं। हमेशा उनके व्यवहार पर नजर रखें, अगर कोई परेशानी लगे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

6. भारतीय परंपरा अनुसार घरेलू नुस्खे

गर्मियों में पालतू जानवरों के लिए देसी उपाय

भारत में पारंपरिक घरेलू नुस्खे हमेशा से हमारे जीवन का हिस्सा रहे हैं। गर्मी के मौसम में पालतू जानवरों के खान-पान में हल्का बदलाव लाकर आप उन्हें स्वस्थ रख सकते हैं। नीचे कुछ आसान और सुरक्षित देसी उपाय दिए गए हैं, जो आपके पालतू के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।

घरेलू उपाय और उनके लाभ

घरेलू उपाय कैसे दें फायदा
नारियल पानी दिन में 1-2 बार, ताजे नारियल का पानी कटोरी में दें शरीर को ठंडक देता है, डिहाइड्रेशन से बचाता है
तरबूज के टुकड़े छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर, बीज निकालकर दें हाइड्रेट करता है, विटामिन्स व मिनरल्स मिलते हैं
खीरे के टुकड़े धुले हुए खीरे को काटकर खिलाएं ठंडक मिलती है, पेट साफ रहता है
स्थानीय एवं उपयुक्त विकल्प

हर क्षेत्र की अपनी खासियत होती है। यदि आप गाँव या कस्बे में रहते हैं तो अपने आसपास उपलब्ध मौसमी फल-सब्ज़ियां जैसे बेल, ककड़ी, या लोकल फल भी सीमित मात्रा में पालतू को दे सकते हैं। ध्यान रखें कि कोई भी नया खाद्य पदार्थ देने से पहले थोड़ा-थोड़ा मात्रा में दें और अपने पशु चिकित्सक से सलाह जरूर लें। इस तरह की देसी चीजें न केवल प्राकृतिक होती हैं बल्कि आपके पालतू को गर्मी में राहत भी देती हैं।

7. गर्मी में पालतू जानवरों के खान-पान पर अतिरिक्त सुझाव

डॉक्टर से परामर्श लेना क्यों जरूरी है?

गर्मी के मौसम में पालतू जानवरों की सेहत और खान-पान में बदलाव आ सकता है। हर पालतू जानवर की जरूरतें अलग होती हैं, इसलिए उनके लिए सही आहार चुनने और किसी भी स्वास्थ्य समस्या को समय रहते पहचानने के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें। डॉक्टर आपके पालतू जानवर की उम्र, नस्ल और सेहत के हिसाब से बेहतर सुझाव दे सकते हैं।

नियमित जांच का महत्व

गर्मियों में कई बार पालतू जानवरों को डिहाइड्रेशन, स्किन एलर्जी या पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में महीने या दो महीने में एक बार अपने नजदीकी पशु चिकित्सक से हेल्थ चेक-अप कराएं। इससे आपको समय रहते परेशानी का पता चल जाएगा और इलाज आसान रहेगा।

स्थानीय संस्कृति और मौसम का ध्यान रखें

भारत के अलग-अलग राज्यों में मौसम और खान-पान की आदतें अलग-अलग होती हैं। आइए कुछ उदाहरण देखते हैं:

राज्य/क्षेत्र खासियत पेट्स के लिए सुझाव
उत्तर भारत (दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश) अत्यधिक गर्मी, शुष्क मौसम ठंडा और ताजा पानी हमेशा रखें, हल्का भोजन दें जैसे दही या छाछ मिलाकर खाना दें।
दक्षिण भारत (केरल, तमिलनाडु) आर्द्रता ज्यादा, तापमान ऊँचा हल्के और स्थानीय फल जैसे तरबूज, खीरा का छोटा टुकड़ा दें, खाने को सुबह या शाम में खिलाएं जब मौसम ठंडा हो।
पूर्वोत्तर भारत (असम, मणिपुर) बारिश ज्यादा, मौसम नम भोजन में प्रोटीन संतुलित रखें, फूड बाउल साफ रखें ताकि बैक्टीरिया न बढ़े।
पश्चिम भारत (महाराष्ट्र, गुजरात) तापमान ऊँचा और उमसदार हल्का खाना दें, घर का बना खाना जैसे मूंग दाल या उबले आलू शामिल करें। पानी की मात्रा बढ़ाएँ।

खानपान बदलते वक्त ध्यान रखने वाली बातें:

  • धीरे-धीरे बदलाव करें: अचानक खाना बदलने से पेट खराब हो सकता है। नया खाना धीरे-धीरे पुराने खाने के साथ मिलाकर दें।
  • घर की चीजें अपनाएं: स्थानीय सामग्री जैसे दही, छाछ, मौसमी फल पालतू जानवरों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं लेकिन मात्रा सीमित रखें। किसी भी नए आइटम को देने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
  • साफ-सफाई: गर्मियों में भोजन जल्दी खराब होता है इसलिए ताजा खाना ही दें और बचा हुआ तुरंत हटा दें। पानी का बर्तन दिन में दो बार साफ करें।
  • व्यायाम समय बदलें: कोशिश करें कि सैर या खेल सुबह जल्दी या शाम को ठंडे समय में ही करवाएं ताकि जानवरों को हीट स्ट्रोक ना हो जाए।
डॉक्टर की सलाह और स्थानीय तौर-तरीकों का पालन करने से आपके पालतू दोस्त गर्मी के मौसम में स्वस्थ रहेंगे!